Monday, April 22, 2013

भारत में अब भी कौआ कान ले गया

भारत में अब भी कौआ कान ले गया भारतीय लोग गुलाम है और गुलाम रहेंगें भले ही वो आज विदेशियों का गुलाम नहीं पर भारतीय का गुलाम है. भारत में जब तक शिक्षा की सोंच नहीं बदलेगी की शिक्षा का मतलब सिर्फ क, ख, ग पढना नहीं होता बल्कि उसके सही अर्थ समझना होता। लोग प्रत्येक दिन लाखो की तादात में राजघाट पर "गाँधी" के समाधी को देखने जाते पर वे यह नहीं समझ पाते की ये समाधी पर सरकार करोड़ों रुपये खर्च क्यों कर रही, इसके पीछे किसी भी सरकार की मनसा क्या है? मैं तो सिर्फ यही कहूँगा की लोग समझे फिर किसी निष्कर्ष पर आन्दोलन करें।