Saturday, February 22, 2014

भारत में एक और युद्ध

याद करें अंग्रेज लॉर्ड क्लाइव की बात "भारत में अराजकता का दृश्य ऐसा है जहाँ भ्रम, घुसखोरी, बेइमानी, भ्रष्टाचार और लूट-खसोट जारी है। प्रत्येक आदमी एक ही दिन में अरब-खरबपती बन जाना चाहता है। यह रोग सर्वव्यापी हो चला है। ऐसे में नागरिक, प्रशासन, पूलिस, फौज ही नहीं लेखकों, कलमनविसो और व्यापारियों तक को अपनी चपेट में ले चुका है।'' अगर क्लाइव की बातों में वजन है तो वो दिन दूर नहीं की भारत में एक और युद्ध हो। 

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