मुंबई कोहराम में सैनिक कारबाई से ९ आतंकियों का ढेर होना और अफज़ल आमिर कसाब का बचना पुरे विश्व के लिए एक चुनौती भरा प्रश्न है तो वही कसाब के लिए किस्मत का धनी होना।
पाकिस्तान को ठोस सबूत चाहिए , भारतीये अदालत को भी ठोस सबूत चाहिए, मानवाधिकार को भी ठोस सबूत चाहिए और अंतरराष्ट्रीय अस्तर पर भी ठोस सबूत की जरूरत होगी ऐसे में तो "कसाब" किस्मत का धनी ही माना जाएगा जिसने सैकड़ों लोगो को ऐ के ५६ से भुन कर स्वयम जिन्दा है और "भी आई पी सुरक्षा" में गर्व से कह रहा है - "करकरे को मैंने मारा ताज को मैंने उड़ाया सैकडो लोगो की जाने मैंने ली" ।
सुक्र है कसाब की- आज भगत सिंह नही है वरना तुम्हे यह सब कहने की आज़ादी कदापि नही मिलती। अब देखना है की भारतीये संविधान में तुम्हे किस तरह की मौत मिलती है। मौत मिलना तुम्हे तय है ..... बस इंतज़ार है दुनिया को तुम्हारी मौत का सिर्फ़ मौत का
पाकिस्तान को ठोस सबूत चाहिए , भारतीये अदालत को भी ठोस सबूत चाहिए, मानवाधिकार को भी ठोस सबूत चाहिए और अंतरराष्ट्रीय अस्तर पर भी ठोस सबूत की जरूरत होगी ऐसे में तो "कसाब" किस्मत का धनी ही माना जाएगा जिसने सैकड़ों लोगो को ऐ के ५६ से भुन कर स्वयम जिन्दा है और "भी आई पी सुरक्षा" में गर्व से कह रहा है - "करकरे को मैंने मारा ताज को मैंने उड़ाया सैकडो लोगो की जाने मैंने ली" ।
सुक्र है कसाब की- आज भगत सिंह नही है वरना तुम्हे यह सब कहने की आज़ादी कदापि नही मिलती। अब देखना है की भारतीये संविधान में तुम्हे किस तरह की मौत मिलती है। मौत मिलना तुम्हे तय है ..... बस इंतज़ार है दुनिया को तुम्हारी मौत का सिर्फ़ मौत का