बिहार-बिहार-बिहार हल्ला हो रहा है, लोग चर्चा - परिचर्चा कर रहे हैं फिर भी बिहार का विकाश नही हो पा रहा है। आख़िर क्यों? जबकि बिहार से ५४ प्रतिनिधि संसद में बैठकर भारत का इतिहास-भूगोल बनाते - बिगारते रहते आए हैं तो बिहार को विकाश का मार्ग प्रसस्त करने में ऐसा कौन सा रोग इन प्रतिनिधियों को लग जाता है जिससे विकाश अवरूद्ध होता है।
बिहार की धरती गौतम बुध्ध, भगवान महावीर जैसे बौध्धिक विचार धारावाले को जन्म देकर पुरे विश्व में शिक्षा का संचार पैदा कर सकते हैं, गाँधी बिहार की धरती से आन्दोलन शुरू कर भारत को आज़ादी दिला सकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं तो आज बिहार को ऐसा क्या हो गया जिससे बिहार पीछे है अन्य राज्यों के तुलना में। मुझे ऐसा लगता है की बिहार में अच्छे नेताओं की किल्लत है। जबकि बिहार के युवाओं में आज भी एक नया जोश है जो प्रतिस्पर्धा के बाज़ार में संघ लोक सेवा आयोग में बैठकर अव्वल होते । इसके अलावे देश के शीर्ष शैक्षणिक प्रतिष्ठानों में भी अपना नाम दर्ज कराने में अव्वल रहते हैं।
आज के नेताओं को इन बिहारी युवाओं से प्रेरणा ले कर बिहार के विकाश में हाँथ बढ़ाना चाहिए । या फिर बिहार के चौमुखी विकाश के लिए युवाओं को बिहार की राजनीत में कूदकर बिहार का बागडोर अपने हाँथ में लेना होगा तभी बिहार की तर्रक्की, बिहार का उत्थान आदि सम्भव हो पायेगा।
बिहार की धरती गौतम बुध्ध, भगवान महावीर जैसे बौध्धिक विचार धारावाले को जन्म देकर पुरे विश्व में शिक्षा का संचार पैदा कर सकते हैं, गाँधी बिहार की धरती से आन्दोलन शुरू कर भारत को आज़ादी दिला सकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं तो आज बिहार को ऐसा क्या हो गया जिससे बिहार पीछे है अन्य राज्यों के तुलना में। मुझे ऐसा लगता है की बिहार में अच्छे नेताओं की किल्लत है। जबकि बिहार के युवाओं में आज भी एक नया जोश है जो प्रतिस्पर्धा के बाज़ार में संघ लोक सेवा आयोग में बैठकर अव्वल होते । इसके अलावे देश के शीर्ष शैक्षणिक प्रतिष्ठानों में भी अपना नाम दर्ज कराने में अव्वल रहते हैं।
आज के नेताओं को इन बिहारी युवाओं से प्रेरणा ले कर बिहार के विकाश में हाँथ बढ़ाना चाहिए । या फिर बिहार के चौमुखी विकाश के लिए युवाओं को बिहार की राजनीत में कूदकर बिहार का बागडोर अपने हाँथ में लेना होगा तभी बिहार की तर्रक्की, बिहार का उत्थान आदि सम्भव हो पायेगा।
No comments:
Post a Comment